पंचम पिकरव, विकल मनोभव
पंचम पिकरव, विकल मनोभव, यौवन उत्सव! मधुवन गुंजित, नीर तरंगित, तीर कल ध्वनित! हँसमुख सुन्दर प्रिय सुख-सहचर, प्रिया मनोहर, पी मदिराधर सखे, निरन्तर, जीवन क्षण भर!

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