इस जीवन का भेद
इस जीवन का भेद जिसे मिल गया गभीर अपार, रहा न उसको क्लेद मरण भी बना स्वर्ग का द्वार! करले आत्म विकास, खोज पथ, जब तक दीपक हाथ, मरने बाद, निराश, छोड़ देगा प्रकाश भी साथ!

Read Next